A Hindi kavita this time!! A first!! Cheerio...
आ गयी हूँ किस मोड़ पे मैं,
अजनबी एक है दिल के पास,
छिड़ जाते है दिल के तार,
सुन लूँ जो उसकी आवाज़.
बिन देखे किसी को,
कैसे हुआ एतबार,
पूछु मैं अपने आप से,
क्यों रहती हूँ बेकरार.
जो न देखू उसे,
अधुरा लगे हर लम्हा,
आने से उसके दिल मेरा,
हुआ है और खुश या तनहा?
लगता ही नही मिले थे हम,
युही पल भर पहले,
आगे जाने क्या होगा,
थोडी देर यहीं रह ले...
I hope you got that. If you have trouble reading the Devanagari script, or understanding the meaning, then worry not! The princess is here to relieve you of all your worries... Just leave me a comment, and I shall be at your service!
Thanks, Ajnabee...
Thank you, readers!
Love,
Princess
आ गयी हूँ किस मोड़ पे मैं,
अजनबी एक है दिल के पास,
छिड़ जाते है दिल के तार,
सुन लूँ जो उसकी आवाज़.
बिन देखे किसी को,
कैसे हुआ एतबार,
पूछु मैं अपने आप से,
क्यों रहती हूँ बेकरार.
जो न देखू उसे,
अधुरा लगे हर लम्हा,
आने से उसके दिल मेरा,
हुआ है और खुश या तनहा?
लगता ही नही मिले थे हम,
युही पल भर पहले,
आगे जाने क्या होगा,
थोडी देर यहीं रह ले...
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